Author(s):
खेमचंद, टिके सिंह, मधु
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Address:
डॉ. खेमचंद1, डॉ. टिके सिंह2, डॉ. मधु3
1अतिथि व्याख्याता, शासकीय सुखराम नागे महाविद्यालय, नगरी, धमतरी (छ.ग.)
2सहायक प्राध्यापक, भूगोल अध्ययनशाला, पं. रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय, रायपुर (छ.ग.)
3अतिथि व्याख्याता, स्व. दौलतराम शर्मा शास. स्नातकोत्तर महाविद्यालय, कसडोल, बलौदाबाजार (छ.ग.)
*Corresponding Author
Published In:
Book, जनजातीय भूगोल
Year of Publication:
May, 2025
Online since:
October 10, 2025
DOI:
10.52711/book.anv.tribalgeography-09
ABSTRACT:
छत्तीसगढ़ के दुर्ग-राजनांदगाँव उच्चभूमि में जनजाति एवं गैर-जातियों में साक्षरता दर का परिवर्तन प्रारूप (1991-2011) का अध्ययन किया है। क्षेत्र के जनजातियों में वर्ष 1991 में कुल साक्षर 45.45ः है, जिसमें पुरुष साक्षर 69.44ः एवं महिला साक्षर 30.56ः है। क्षेत्र के जनजातियों में वर्ष 2001 में कुल साक्षर 66.57ः है, जिसमें पुरुष साक्षर 55.37ः एवं महिला साक्षर 44.63ः है। वर्ष 2011 में कुल साक्षर 66.36ः है, जिसमें पुरुष साक्षर 55.42ः एवं महिला साक्षर 44.58ः है तथा गैर-जातियों में वर्ष 1991 में कुल साक्षर 43.27ः है, जिसमें पुरुष साक्षर 61.81ः एवं महिला साक्षर 38.19ः है। वर्ष 2001 में कुल साक्षर 55.01ः है, जिसमें पुरुष साक्षर 56.54ः एवं महिला साक्षर 43.46ः है एवं वर्ष 2011 में कुल साक्षर 70.21ः है, जिसमें पुरुष साक्षर 56.15ः एवं महिला साक्षर 43.85ः है। जनजातियों में साक्षरता का अनुपात गैर-जातियों की तुलना में कम है। अतः अध्ययन से स्पष्ट है कि साक्षरता दर में कालिक परिवर्तन जनजाति एवं गैर-जातियों में (1991-2011) स्पष्ट रुप से गत्यात्मक परिवर्तन देखने को मिला है।
Cite this article:
खेमचंद, टिके सिंह, मधु. छत्तीसगढ़ के दुर्ग-राजनांदगाँव उच्च भूमि में जनजाति एवं गैर-जातियों में साक्षरता दर का परिवर्तन प्रारूप (1991-2011). जनजातीय भूगोल. 100-110.DOI: https://doi.org/10.52711/book.anv.tribalgeography-09
संदर्भ सूची:
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2ण् ब्मदेने व िप्दकपं ;2011द्ध रू ब्ीींजजपेहंती क्पेजतपबज ब्मदेने भ्ंदकइववाए क्नतह ैमतपमे.23ए च्ंतज ग्प्प्. ठए क्पतमबजवतंजम व िब्मदेने व्चमतंजपवदे ब्ीींजजपेहंतीण्
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7ण् ब्मदेने व िप्दकपं ;1991द्ध रू डंकीलं च्तंकमेी क्पेजतपबज ब्मदेने भ्ंदकइववाए क्नतह ैमतपमे.13ए च्ंतज ग्प्प्.।-ठए क्पतमबजवतंजम व िब्मदेने व्चमतंजपवदे ब्ीींजजपेहंतीण्
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