Book

जनजातीय भूगोल
Tribal Geography

Subject Area: Geography
Pages: 182
Published On: 15-May-2025
Online Since: 10-Oct-2025

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Author(s): संजीव रंजन, संजीव कुमार लवानिया, गीता सिंह

Email(s): Email ID Not Available

Address: संजीव रंजन1, डॉ. संजीव कुमार लवानिया2 , गीता सिंह3
1शोधार्थी समाजशास्त्र विभाग, पंडित सुंदरलाल शर्मा (मुक्त) विश्वविद्यालय बिलासपुर
2सहायक प्राद्यापक समाजशास्त्र, पंडित सुंदरलाल शर्मा (मुक्त) विश्वविद्यालय बिलासपुर
3अतिथि शिक्षक, शासकीय पी. जी. कॉलेज, जगदलपुर
*Corresponding Author

Published In:   Book, जनजातीय भूगोल

Year of Publication:  May, 2025

Online since:  October 10, 2025

DOI: 10.52711/book.anv.tribalgeography-15  

ABSTRACT:
विकास एक साथ कई क्षेत्रों में घटित होता है और उन सभी क्षेत्रों का परस्पर प्रभाव मनुष्य और समाज पर पड़ता है। कोई भी समाज तब तक पूर्णतः विकसित नहीं माना जा सकता जब तक वह हर क्षेत्र में संतुलित और समग्र रूप से आगे न बढ़े। भारत के संविधान में जनजातीय समुदायों के अधिकारों और उनके विकास के लिए विशेष प्रावधान किए गए हैं। संविधान की पांचवीं और छठवीं अनुसूचियों में अनुसूचित जनजातियों के लिए विशेष व्यवस्था की गई है। भुंजिया जनजाति के सांस्कृतिक मूल्य अत्यधिक संवेदनषील है। जिसमें से कुछ सांस्कृतिक मूल्य विकासीय योजनाओं के कारण से प्रभावित हो रहा है। भुंजिया जनजाति में स्वास्थय के संबंध में परिणाम दर्षित करता है कि भुंजिया जनजाति के सदस्य विभिन्न बीमारियों के लिए बैगा तथा जादुई प्रक्रियाओं के उपर पहले भरोसा करते हैं जिससे कई बार उनकी बीमारी बड़ जाती है तब वह उपचार के लिए डॉक्टर इत्यादि से सलाह लेते है जिसके कारण कुछ बीमारी गंभीर परिणाम के रुप में बदल जाता है जिसका परिणाम मृत्यु के रुप में भी होती है। इस संदर्भ में भुंजिया जनजाति को जागरुक करने की आवष्यकता है।


Cite this article:
संजीव रंजन, संजीव कुमार लवानिया, गीता सिंह. गरियाबंद जिले के भुंजिया जनजाति में शिक्षा एवं स्वस्थ्य का सामाजिक विश्लेषण. जनजातीय भूगोल. 160-174.DOI: https://doi.org/10.52711/book.anv.tribalgeography-15


संदर्भ सूची
1.    शर्मा आषीष (2023)- आदिम जनजाति कमार पर आधुनिकता का प्रभाव। 
2.    रंजन, संजीव (जुलाई-2023) - जनजाति कल और आजह अरण्यवाणी।  
3.    जयसवाल, नीरज (2023) - भुजिया जनजाति कल और आज।  
4.    राय, रानी (2023) - नक्सलवाद शोध। 
5.    टंडन, विनोद कुमार (2023) - नक्सलवाद, उन्मूलन, पुलिस प्रशासन और वर्तमान परिदृश्य। 
6.    मिरी, रवि (2022) - भुंजिया जनजाति की उत्पत्ति। 
7.    धु्रव, किर्तन शोधार्थी (2021) - आदिम जनजाति कमार के विकास में शासकीय विकास योजनाओं की भूमिका ।  





Author/Editor Information

डॉ. शैलेन्द्र कुमार

सहायक प्राध्यापक, मानवविज्ञान अध्ययनशाला पं. रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय, रायपुर, छत्तीसगढ़

डॉ.टिके सिंह

सहायक प्राध्यापक भूगोल अध्ययनशाला, पं. रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय रायपुर (छ.ग.)